नौकरी में कितना कमा लेते हो……. शायरी
नौकरी मेँ इतना कमा लेता हूँ कि
काम में जान लगा देता हूँ
और शाम में जाम लगा लेता हूँ।
चिरागो को जला लेता हूँ
मशालों को बुझा देता हूँ।
जवानी को मिटा देता हूँ
बुढ़ापे को सजा लेता हूँ।
दिल के अरमान सुला देता हूँ
ख्वाहिशों को भुला देता हूँ
तमन्ना को गुमा देता हूँ
आरज़ू को छिपा लेता हूँ
जुगनू को उड़ा देता हूँ
लकीरों को मिटा लेता हूँ
और नौकरी में बस इतना जरूर कमा लेता हूँ कि
थोड़ी भूख मिटा लेता हूँ
थोड़ी प्यास बुझा लेता हूँ।